राजस्थान लैब असिस्टेंट की तैयारी कैसे करें | Rajasthan Lab Assistant ki taiyari kaise kare | प्रयोगशाला सहायक की तैयारी कैसे करें | Rajasthan Lab Assistant Best Preparation Tips & Tricks | Lab Assistant kaise bane: Hello, दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम बात करेंगे की Rajasthan Lab Assistant ki taiyari kaise kare और इस एग्जाम की तैयारी के लिए कुछ शानदार Tips के बारे में बात करेंगे. इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा कि Lab Assistant की तैयारी कैसे करनी है, किस subject या topic को कैसे पढ़ना है और कौनसे topic को पढ़ने से कम समय में अच्छा score किया जा सकता है और आप इसमें अच्छे नंबर हासिल कैसे कर सकते है.
Lab Assistant Ki Taiyari Kaise Kare
मेरा यह पोस्ट Rajasthan Lab Assistant Best Preparation Tips उम्मीदवारों को परीक्षा की तैयारी में किस तरह मदद करेगा, इसके बारे में आप आगे पढ़ेंगे. प्रभावी तरीके से Lab Assistant Exam की तैयारी के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले ये समझना होगा कि Lab Assistant Examination Syllabus क्या है और इसमें कौन – कौनसे topic है.
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Rajasthan Lab Assistant ki taiyari kaise kare
Rajasthan Lab Assistant Best Preparation Tips & Tricks 2021: Lab Assistant की परीक्षा में एक ही तरह का पेपर होगा, जिसमे विभिन्न विषयो से अलग- अलग तरह के प्रश्न पूछे जायेंगे. यह पेपर सामान्य ज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान के साधारण ज्ञान पर आधारित होगा. Lab Assistant का एक ही Exam होगा. सभी अभ्यर्थियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह पेपर के सभी sections में न्यूनतम अंक प्राप्त करे और अपने आप को योग्य बनाएं. अब हम आपको बताने जा रहे है कि आप Lab Assistant Examination Pattern के अनुसार तैयारी कैसे कर सकते हो –
सामान्य ज्ञान (General Knowledge) : यदि आप भविष्य में इस परीक्षा के माध्यम से Lab Assistant (प्रयोगशाला सहायक) बनते है तो आपके लिए सबसे जरुरी होगा कि आपको राजस्थान क्षेत्र की पूरी जानकारी होनी चाहिए, जिससे आपको अपने कार्य को समझने में आसानी हो और सही ढंग से कार्य किया जा सके. इस एग्जाम में केवल राजस्थान के सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जायेंगे. यहाँ सभी अभ्यर्थियों को यह सलाह दी जाती है कि वे General Knowledge के subject को गहराई से समझने की कोशिश करे. यह subject आपको अच्छे Marks Score करने में मदद करेगा.
प्रयोगशाला सहायक की तैयारी कैसे करें
Rajasthan Lab Assistant Exam Best Preparation Tips & Tricks
1.) प्रयोगशाला सहायक परीक्षा की तैयारी के लिए तीनो विषयो (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) का अच्छे से अध्ययन करे क्योकि ये 200 Marks के होंगे और इसका सिलेबस भी निर्धारित होता है.
2.) हमें 11th और 12th की (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) के Notes बना लेने चाहिए, ताकि एग्जाम से पहले वो हमारे Revision के काम आए.
3.) राजस्थान सामान्य ज्ञान की तैयारी के लिए हमें पिछली परीक्षाओ (RAS, RPSC 1st Grade, 2nd Grade, Rajasthan Patwari, Jail Prahri, Gram Sevak ) में पूछे गए सवाल जरूर पढ़े.
4.) Science की तैयारी के लिए हमें 11th और 12th की books को अच्छे से पढ़ना चाहिए क्योकि अधिकतर सवाल इन्ही books में से पूछे जाते है.
Lab Assistant Syllabus & Exam Pattern 2023
परीक्षा की स्कीम (Exam Pattern) |
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प्रश्न- पत्र |
अंक |
कुल अंक |
समय |
भाग- अ : – सामान्य ज्ञान (राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्पराए, विरासत एवं राजस्थान का भूगोल)
भाग- ब : – जीव विज्ञान, (Biology), भौतिक विज्ञान (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry) |
100 (50 प्रश्न) 200 (100 प्रश्न) |
300 अंक |
3 घण्टे |
Lab Assistant Exam Pattern 2023
राजस्थान लैब असिस्टेंट की परीक्षा में कुल 150 प्रश्न 300 अंक के पूछे जाएंगे. इसके सिलेबस को दो भागो में बाटा गया है – 1.) सामान्य ज्ञान (100 अंक) 2.) विज्ञान (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) – (200 अंक) | प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होगा. इस परीक्षा में 50 प्रश्न सामान्य ज्ञान (G.K.), 35 प्रश्न भौतिक विज्ञान, 35 प्रश्न रसायन विज्ञान और 30 प्रश्न जीव विज्ञान के पूछे जाएंगे. परीक्षा के लिए 3 घंटे का समय मिलेगा. प्रश्न- पत्र में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय (Objective) प्रकार के होंगे व सभी प्रश्नो के अंक समान होंगे. परीक्षा में न्यूनतम उत्तीर्णांक 40 प्रतिशत निर्धारित है. इससे कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए पात्र नहीं होंगे. प्रत्येक गलत उत्तर के लिये 1 / 3 भाग ऋणात्मक अंकन (Negative Marking) किया जायेगा.
Rajasthan Lab Assistant Syllabus 2023
भाग – अ :- सामान्य ज्ञान
क्र. सं. |
राजस्थान का इतिहास, कला एवं संस्कृति, साहित्य, परम्पराएं एवं विरासत |
1. |
राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्त्रोत |
2. |
राजस्थान की प्रमुख प्रागेतिहासिक सभ्यतायें |
3. |
राजस्थान के प्रमुख राजवंश एवं उनकी उपलब्धियां |
4. |
मुग़ल- राजपूत संबंध |
5. |
स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताऐं |
6. |
महत्वपूर्ण किले, स्मारक एवं संरचनाये |
7. |
राजस्थान के धार्मिक आंदोलन एवं लोक देवी- देवताऐ |
8. |
राजस्थान की प्रमुख चित्रकलाऐ, शैलियां एवं हस्तशिल्प |
9. |
राजस्थानी भाषा एवं साहित्य की प्रमुख कृतियां, क्षेत्रीय बोलियां |
10. |
मेले, त्यौहार, लोक संगीत, लोक नृत्य वाद्य यंत्र एवं आभूषण |
11. |
राजस्थानी संस्कृति, परंपरा एवं विरासत |
12. |
महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पर्यटन स्थल |
13. |
राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व |
14. |
राजस्थान की रियासतें एवं ब्रिटिश संधियां, 1857 का जन- आंदोलन |
15. |
कृषक एवं जन- जाति आंदोलन, प्रजामंडल आंदोलन |
16. |
राजस्थान का एकीकरण |
17. |
राजस्थान का राजनीतिक जनजागरण एवं विकास- महिलाओं के विशेष संदर्भ में |
क्र. सं. |
राजस्थान का भूगोल |
1. |
स्थिति एवं विस्तार |
2. |
मुख्य भौतिक विभाग :- मरुस्थलीय प्रदेश, अरावली पर्वतीय प्रदेश, मैदानी प्रदेश, पठारी प्रदेश |
3. |
अपवाह तंत्र |
4. |
जलवायु |
5. |
मृदा |
6. |
प्राकृतिक वनस्पति |
7. |
वन एवं वन्य जीव संरक्षण |
8. |
पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय मुद्दे |
9. |
मरूस्थलीकरण |
10. |
कृषि- जलवायु प्रदेश एवं प्रमुख फसलें |
11. |
पशुधन |
12. |
बहुउद्देशीय परियोजनाएं |
13. |
सिंचाई परियोजनाएं |
14. |
जल संरक्षण |
15. |
परिवहन |
16. |
खनिज सम्पदाएँ |
भाग – ब :- जीव विज्ञान (Biology), भौतिक विज्ञान (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry)
जीव विज्ञान (पार्ट-अ)
1.) शैवाल, कवक, शैवाक (Lichen), ब्रायोफायटा, टेरिडोफायटा, अनावृत बीजी एवं आवृत बीजी पादपों के सामान्य लक्षण. (General characters of : Fungi, Lichens, Bryophyta, Pterido-phyta, Gymnosperms and Angiosperms.)
2.) आवृतबीजी पादपों की आकारिकी – मूल, स्तम्भ एवं पर्ण की संरचना एवं रूपान्तरण. पुष्प एवं बीज की संरचना. (Morphology of Angiosperms :- Structure and Modification of Root, Stem and Leaf, Structure of flower and seed.)
3.) पादप शरीर : ऊत्तक एवं ऊत्तक तंत्र. द्धितीयक वृद्धि. (Plant Anatomy : Tissue and Tissue System. Secondary growth)
4.) पादपकार्यिकी : परासरण, जल अवशोषण, रसारोहण, वाष्पोत्सर्जन, प्रकाश- संश्लेषण, श्वसन, पादप वृद्धि एवं गतियाँ. (Plant Physiology : Osmosis, Water Absorption Ascent of sap, Transpiration, Photosynthesis, Respiration, Plant growth and movement.)
5.) पर्यावरण अध्ययन : पारिस्थितिक तंत्र की संरचना एवं प्रकार, ऊर्जा प्रवाह, जैव भू- रासायनिक चक्र, पारिस्थितिक अनुकूलन, पर्यावरण प्रदूषण, समष्टि पारिस्थितिकी, जैव विविधता. (Environmental Studies : Structure and type of Ecosystem, Energy flow, Biogio- Chemical Cycle, Ecological Adaptations, Environmental Pollution, Population Ecology, Biodiversity.)
6.) जैव प्रौद्योगिकी : सामान्य जानकारी, पुनर्योजित डी.एन.ए. तकनीक, ट्रांसजेनिक पादप एवं जंतु, नैतिक मुद्दे, कृषि एवं चिकित्सा क्षेत्र में जैव प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग. (Biotechnology : General Account, Recombinant DNA technology, Transgenic Plants and Animal Ethical Issues, Application of Biotechnology in Agriculture and Medical field.)
7.) पादपों का आर्थिक महत्व. (Economic Importance of Plants.)
8.) कोशिका : संरचना (असीम केन्द्रकी एवं ससीम केन्द्रकी), कोशिका सिद्धांत एवं कोशिका विभाजन. (Cell : Structure (Prokaryotic and Eukaryotic), cell theory and cell Division.)
जीव विज्ञान (पार्ट- ब)
1.) अनुवांशिकी : मेण्डल के नियम, सामान्य शब्दावली, डी. एन.ए. एवं आर.एन.ए. की संरचना एवं वंशागति का आणविक आधार. गुणसूत्र की संरचना, मनुष्य में लिंग निर्धारण एवं अनुवांशिकी विकार.
2.) जंतु जगत का वर्गीकरण : अकशेरुकी का संघ तक तथा कशेरुकी का वर्ग तक वर्गीकरण.
3.) मानव में पाचन, श्वसन एवं उत्सर्जन : प्रोटीन, शर्करा, वसा, विटामिन एवं पाचक एन्जाइम, गैसों का विनिमय, ऑक्सी व अनॉक्सी श्वसन, क्रेब चक्र, ग्लाइकोलाइसिस, उत्सर्जी पदार्थ, वृक्क की संरचना एवं कार्यिकी.
4.) मानव में परिसंचरण तंत्र एवं अंतः स्रावी तंत्र : ह्रदय की संरचना, रक्त का संगठन, रक्त समूह, रक्त का थक्का जमना, लसिका ग्रंथियां, एंटीजन एवं एंटीबॉडीज. अंतः स्रावी ग्रंथियां एवं उनके हार्मोन.
5.) मानव तंत्रिका तंत्र : मस्तिष्क, आंख, कान की संरचना, न्यूरॉन की संरचना, तंत्रिका संवेग.
6.) पेशीय तंत्र : पेशियों के प्रकार एवं पेशीय संकुचन.
7.) मानव में जनन तंत्र एवं मानव रोग : संरचना, जनन स्वास्थ्य. मानव में जीवाणु वायरस, प्रोटोजोआ कवक तथा हेल्मिन्थ जनित रोग.
8.) जैव विकास. जंतुओं का आर्थिक महत्व.
भौतिक विज्ञान
1.) दृढ़- पिंड गतिकी : बल आघूर्ण, कोणीय संवेग- संरक्षण, सरल ज्यामितीय वस्तुओं का जड़त्व- आघूर्ण
2.) ऊष्मागतिकी : ऊष्मागतिकी का प्रथम एवं द्वितीय नियम, ऊष्मा- इंजन एवं प्रशीतक
3.) दोलन : सरल आवर्त गति और उसके उदाहरण, अनुनाद
4.) तरंगे : तरंगों के अध्यारोपण का सिद्धांत, डॉप्लर प्रभाव
5.) स्थिर वैद्युतिकी : कूलाम का नियम, विद्युत क्षेत्र, गाउस का नियम व उसके अनुप्रयोग
6.) विद्युत धारा : किरकॉफ के नियम, व्हीटस्टोन- सेतु, मीटर- सेतु, विभवमापी
7.) प्रकाशिकी : सूक्ष्मदर्शी एवं दूरदर्शी, व्यतिकरण, विवर्तन एवं ध्रुवण, ध्रुवणमापी
8.) परमाणु : हाइड्रोजन परमाणु का बोर मॉडल
9.) नाभिक : द्रव्यमान क्षति, नाभिकीय बंधन ऊर्जा, नाभिकीय विखंडन एवं संलयन
10.) अर्ध- चालक इलेक्ट्रॉनिकी : pn संधि, ट्रांजिस्टर, तर्क- द्वार, डायोड दिष्टकारी के रूप में, जीनर डायोड.
रसायन विज्ञान
ईकाई-1 आवर्त सारणी एवं परमाणु गुणधर्म :-
- परमाणु के मूलभूत कण (इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन)
- रदरफोर्ड का नाभिकीय मॉडल
- क्वांटम संख्या
- पाउली का अपवर्जन सिद्धांत
- ऑफबो सिद्धांत
- कक्षकों के प्रकार (s,p,d,f), कक्षको की आकृति
- हुण्ड का नियम
- आधुनिक आवर्त सारणी
- परमाणु गुणधर्मों में परिवर्तन (आकार, आयनन- विभव, इलेक्ट्रॉन- बंधुता, विद्युत- ऋणता).
ईकाई- 2 s- ब्लॉक एवं p- ब्लॉक तत्व
- सामान्य परिचय
- इलेक्ट्रोनीय विन्यास
- प्राप्ति
- ऑक्सीकरण अवस्था
- भौतिक व रासायनिक गुणों में प्रवृतियां
- अक्रिय युग्म प्रभाव.
ईकाई-3 रासायनिक साम्य
- साम्य को प्रभावित करने वाले कारक
- उत्क्रमणीय व अनुत्क्रमणीय अभिक्रियाए
- रासायनिक साम्य के नियम
- ली- शाताल्ये का सिद्धांत
ईकाई- 4 आयनिक साम्य
- अम्ल क्षार साम्य
- pH मान
- सम आयन प्रभाव
- बफर विलयन
- अम्ल क्षार अनुमापन
ईकाई- 5 गैसीय अवस्था
- गुणधर्म
- बॉयल का नियम
- चार्ल्स का नियम
- आवोगाद्रो का नियम
- ड़ॉल्टन का नियम
- आदर्श गैस समीकरण
- ग्राहम का विसरण नियम
- गैसों का अनुगति सिद्धांत
ईकाई- 6 द्रव अवस्था
- द्रवो के गुणधर्म
- वाष्प दाब
- पृष्ठ तनाव
- श्यानता
ईकाई- 7 ठोस अवस्था
- ठोस के गुणधर्म
- ठोसों का वर्गीकरण
- ईकाई कोशिका व उनके प्रकार
- क्रिस्टल संकुलन
- सामान्य आयनिक यौगिकों की संरचना
- क्रिस्टलो में त्रुटियां (फ्रेंकल, शॉटकी)
ईकाई- 8 विलयन
- विलेय, विलायक व विलयन
- विलयन की सांद्रता (मोलरता, नॉर्मलता, फॉर्मलता, मोललता, मोल भिन्न, भार प्रतिशत)
- विलयनों के प्रकार (गैसीय विलयन, द्रव विलयन, ठोस विलयन)
- राउल्ट का नियम
- आदर्श व अनादर्श विलयन
- विलयन के अणुसंख्यक गुणधर्म
ईकाई- 9 कार्बनिक यौगिकों का नामकरण व सामान्य गुणधर्म
- नामकरण के IUPAC नियम
- अभिक्रियाओं के प्रकार (प्रतिस्थापन, योगात्मक, विलोपन)
- इलेक्ट्रॉन स्नेही, नाभिक स्नेही
- प्रेरण प्रभाव, इलेक्ट्रोमरी प्रभाव
- अनुनाद, अतिसंयुग्मन, त्रिविम प्रभाव
- समावयवता (संरचनात्मक व त्रिविम)
ईकाई- 10 हाइड्रोकार्बन (Unit- 10 Hydrocarbons)
- हाइड्रोकार्बन की परिभाषा व प्रकार (एल्केन, एल्कीन, एल्काइन, एरीन) (Definition & types of hydrocarbons (Alkane, Alkene, Alkyne, Arene)
- हाइड्रोकार्बनो का विरचन (Preparation of hydrocarbons)
- भौतिक गुणधर्म (Physical properties)
- रासायनिक गुणधर्म (Chemical properties).
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